गुरुवार, 17 मई 2018

कालचक्र साधना-सृष्टि को जान कर मुक्त होने की साधना

सिद्ध संप्रदाय में यन्त्र साधन और तंत्र साधना का बड़ा ही प्रचार रहा है. किन्तु सबसे रहस्यमयी और शक्तिशाली साधना काल चक्र साधना को माना जाता है. कालचक्र से ऊपर केवल समयचक्र साधना ही होती है. कालचक्र की साधना का इतना प्रचार और महत्त्व था की इसे बज्रयान नें अपनें में समेट लिया. यहाँ तक कि बौध धर्म में प्रमुख स्थान इसे मिल गया. किन्तु वास्तव में काल चक्र पूजा आज भी रहस्य के साये में ही होती है.43 चरण वाली काल चक्र साधना स्वप्न जैसी लगती है. इसे हर कोई संपन्न नहीं कर सकता. साधक की योग्यता तपस्या और लयात्मकता का होना जरूरी होता है. हिमालय में आज भी सिद्ध करते हैं कुछ ऐसी ही रहस्यमयी साधनाएँ. काल चक्र पूजा के सम्प्रदायानुगत भेद है पर सिद्ध परम्परा जो तंत्र की मूल परम्परा है इसे सदियों से अपने योग्य साधकों को सिखाती आयी है. इसे संपन्न कर लेने के बाद साधक संसार में रहता हुआ भी मुक्त हो जाता है.