महालक्ष्मी रहस्य

वो महाविलासिनी, महाकरुणामयी देवी महालक्ष्मी सभी को अपना पुत्र जानती है इसलिए उनका चरित्र माँ पार्वती के चरित्र से सर्वथा भिन्न है । माँ पार्वती का अपना एक पुत्र है गणेश, शिव का अपना एक पुत्र है कार्तिकेय लेकिन माँ लक्ष्मी नेँ कोई स्थाई पुत्र अपनी गोद मेँ कभी नहीँ बिठाकर रखा ! वो सदैव अपने पति के श्रीचरणोँ मेँ निवेदन करती हुई, सेवा करती हुई विद्यमान रहती है क्योँकि ये सकल विश्व, सकल संसार उनका पुत्र है; ये सकल संसार मेँ दिखनेवाली स्त्रियाँ उनकी पुत्रियाँ है । - महासिद्ध ईशपुत्र 

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