रविवार, 12 अगस्त 2018

श्री रक्ततारा तंत्रादि भूतबाधा नाशक महामंत्र

किसी साधक नें 'तंत्र-मंत्र नाश' व 'जादूटोना', 'भूत-प्रेत नाश' के लिए 'अचूक मंत्र' की प्रार्थना 'ईशपुत्र-कौलान्तक नाथ' को भेजी थी। उनके विशेष अनुरोध पर ये मंत्र 'ईशपुत्र-कौलान्तक नाथ' नें रिकार्ड कर हमें दिया है। अन्य साधकों को भी लाभ मिले इस प्रयोजन से पूरा 'स्तुति मंत्र' हम यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं। इसके केवल उच्चारण व पाठ से ही लाभ मिलने लगता है। ये 'रक्त तारा' का अमोघ मंत्र है। जिस घर या स्थान पर 'भूतबाधा' हो वहाँ 'मंत्र' को चला कर स्वयं इसका उच्चारण करें व अपने को 'ॐ सं सिद्धाय नम:' मंत्र से कवच करें। जल को इसी मंत्र से अभिमंत्रित कर स्वयं सेवन करें। 'जादूटोना' व 'तंत्र बाधा' का नाश होगा। ऐसा 'कौलान्तक परम्परा' का विश्वास व मत है-कौलान्तक पीठ टीम हिमालय।   
 
      ।।श्री रक्ततारा तंत्रादि भूतबाधा नाशक महामंत्र।।

रक्तवर्णकारिणी, मुण्ड मुकुटधारिणी, त्रिलोचने शिव प्रिये, भूतसंघ विहारिणी
भालचंद्रिके वामे, रक्त तारिणी परे, पर तंत्र-मंत्र नाशिनी, प्रेतोच्चाटन कारिणी
नमो कालाग्नि रूपिणी,ग्रह संताप हारिणि, अक्षोभ्य प्रिये तुरे, पञ्चकपाल धारिणी
नमो तारे नमो तारे, श्री रक्त तारे नमो। 

ॐ स्त्रीं स्त्रीं स्त्रीं रं रं रं रं रं रं रं रं रक्तताराय हं हं हं हं हं घोरे-अघोरे वामे खं खं खं खं खं खर्पपरे सं सं सं सं सं सकल तन्त्राणि शोषय-शोषय सर सर सर सर सर भूतादि नाशय-नाशय स्त्रीं हुं फट।

om streem streem streem ram ram ram ram ram ram ram ram rakttaraya ham ham ham ham ham ghore Aghore Vaame kham kham kham kham kham Kharpare sam sam sam sam sam Sakal Tantrani Shoshaya-Shoshaya Sar sar sar sar sar Bhootadi Naashaya Naashaya Streem Hum Phat.