आकर्षण, सौन्दर्य और आपका चहुँमुखी विकास हो सके इसके लिए शनिवार की सुबह मेँहदी का विधिवत् पूजन करके ही उसे हाथोँ मे धारण करना चाहिए । यदि आप नक्षत्र का चयन करना चाहते है तो पुनर्वसु नाम का नक्षत्र अत्यंत फलदायी, शीघ्र लाभ देनेवाला और उन्नति देनेवाला कहा गया है । तो पहले पंचोपचार पूजन संपन्न कीजिए धूप, दीप, अक्षत, नैवेद्य से; फिर मेंहदी को भस्म और कुमकुम को शहद मेँ मिश्रित करने के पश्चात जो तिलक बनता है वो पात्र मेँ चारोँ दिशाओँ मेँ तिलक लगाइए और हाथोँ और पाँव मेँ गोलाकार आकृतियाँ बनानी चाहिए अर्थात् बीच मेँ बिलकुल गोल आकृति वृत्त की वृताकार निर्मित करेँ और गोले को बीच मेँ खाली नहीँ रखना है अर्थात् जो वृत्त बनायेंगे उसे भी भीतर से मेंहदी के लाल रंग से रंग देना है । मेंहदी लगाते समय मन ही मन गणेश जी के एकदन्त स्वरुप का ध्यान करना चाहिए कि एक हाथ मेँ उन्होनेँ दाँत पकडा है और एक दाँत ही उनका है और साथ ही मानसिक रुप से लघुमन्त्र का आप जाप कीजिए, आपका लघुमन्त्र है : ॐ क्रीं भं हुं क्रौं नमो सुर सुन्दरी दैव्यै ॥ इस प्रकार से जब आप मन्त्र का जाप करेंगे तो आपकी ये मनोकामना भी मातारानी अवश्य पूर्ण करेंगी । - महासिद्ध ईशपुत्र
My name is Joanne Doe, a lifestyle photographer and blogger currently living in Osaka, Japan. I write my thoughts and travel stories inside this blog..
1 Comments:
Gurudiksha kaise le apka koi sampark number nai h
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