सिद्ध धर्म
हिमालय सिद्ध साधकों से विहीन न हो जाए। ये धरा दया, धर्म और प्रेम विहीन न हो जाए। इसलिए गुरु प्रदत्त मार्ग पर बढ़ते जाना। उनके शब्दों को साकार करते जाना।
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