यक्ष साधना से इच्छापूर्ति


मनुष्य जीवन में अनेकों रहस्य हैं. जब जीवन शत्रुओं से भर जाए. हर और कोई शत्रु आपके विरुद्ध रणनीतियां बनता फिरता हो. राजदवार या न्यायलय तक बात पहुँच चुकी हो. कारागार में कोई पड़ा हो तो ऐसे समय में दुखी व्यक्ति कुछ नहीं कर पता. वो जहाँ भी सहायता मांगने जाता है वहीँ से उसे निराशा हाथ लगाती है. जब धन बल, बाहुबल कमजोर हो जाए. सत्ताएं व्यक्ति के विरुद्ध हो जाए तो उस स्थिति में यक्ष साधना डूबते तो जहाज जैसा सहारा देती है. यक्ष देवताओं से नीचे की योनी होती है किन्तु यक्ष सीधे-सादे सरल स्वाभाव के होते हैं. यदि साधक सही रीत जान ले कि कैसे किसी यक्ष को प्रसन्न करना है तो जीवन के संकटों से मुक्ति मिल सकती है. यक्षों को प्रसन्न करना भी सरल होता है. सबसे बड़ी बात तो ये है कि यक्ष मित्रवत व्यवहार करते हैं और जल्द नाराज नहीं होते.................

कोई टिप्पणी नहीं: