होली - प्रेम का उत्सव

होली की साधना एवं महत्त्व संक्षेप में :
होली जीवन की प्रफुल्लता का पर्व है, प्रकृति के श्रृंगार, जीवों से सुख, मानव की प्रसन्नता का काल होली कहलाता है, होली ज्योतिषीय आधार सहित चिकित्सीय आधार और साधना का विशिष्ट समय लिए आने वाला दुर्लभ पर्व भी माना जाता है, रस और श्रृंगारमय वातावरण होने के कारण इसे प्रेम का उत्सव कहा जाता है, इस दिन प्रेम की ऐसी वयार बहती है की शत्रु भी मित्र हो जाते हैं, धार्मिक आधार ये भी है कि ये काल बुरे पर अच्छे की जीत का समय है, शास्त्रों के अनुसार स्वत: सिद्ध मुहूर्तों में से एक होली भी है, होली को कल्पतरु काल भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन अनेक मन्त्रों कि सिद्धियाँ प्राप्त कि जाती है, होली के दिन किये गए सभी प्रयोग चमत्कारी रूप से त्वरित और दिव्य परिणाम ले कर आते हैं, इस दिन गुरु से परलौकिक दीक्षाएं प्राप्त कि जाती हैं, जीवन के अभावों को दूर करने के लिए इस काल में अवश्य साधना करें,शीघ्र विवाह, प्रेम प्राप्ति,शत्रु वशीकरण, सहित सर्वजन मोहन जैसे प्रयोग इस दिन किये जाते हैं, ईश्वर के सच्चे भक्तों को इस दिन निःस्वार्थ साधनाएँ ही करनी चाहियें, सौंदर्य-सम्मोहन के साथ ही कुण्डलिनी जागरण का मंत्र मार्गीय प्रोग भी इसी दिन से शुरू किया जा सकता है, होली के कुछ गुप्त रहस्य भी होते हैं जिन्हें गुरु केवल योग्य शिष्यों को ही बताता है।
आइये अब होली के कुछ दिव्य प्रयोगों के बारे में जानते हैं

धन लक्ष्मी प्रयोग-
लाल रंग से माथे को रंग कर लक्ष्मी माता के मन्त्रों का जाप करें लक्ष्मी कि कृपा बरसेगी
मंत्र-ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्मी आगच्छ आगच्छ धनं देहि देहि स्वाहा ॥
कमल गट्टे की माला से मंत्र का जाप करें
लाल गुलाल में कुछ दक्षिणा राशि रख कर दान करें व मंत्र का एक बार उच्चारण करें
मंत्र-श्री महालक्षमयै नम: दक्षिणां समर्पयामि।

रोग एवं ग्रह बाधा नाश हेतु प्रयोग-
हरे रंग से माथे को रंग कर सूर्य देवता के मन्त्रों का जाप करें तो बार-बार आने वाली मुसीबतों का नाश होता है
मंत्र-ॐ ऐं आदित्याय विद्महे सर्वारिष्ट निवृत्तये फट् ॥
हल्दी से स्वस्तिक का चिन्ह बना कर पुजा करें
यथा शक्ति अन्न दान करें

शत्रु वशीकरण प्रयोग-
पीले रंग से माथे को रंग कर हनुमान जी के मन्त्रों का जाप करें तो, जो अकारण शत्रु बन जाते है तो भी वे मित्र हो जायेंगे
मंत्र-ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् ॥
मंत्र जाप के बाद गौग्रास अवश्य दें
हनुमान जी को सिन्दूर भेंट करें

मनोवांछित शीघ्र विवाह प्रयोग-
गुलाबी रंग से माथे को रंग कर कामाख्या देवी जी के मंत्र का जाप करें, तो मनोवांछित वर अथवा कन्या से विवाह होता है और शीघ्र विवाह होता है
मंत्र-स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद प्रसीद स्वाहा ॥
माता को पुष्प माला अर्पित करें
रुद्राक्ष माला का जाप करें

होली के दिन देवी कामाख्या जी की सोलह शक्तियों का नाम लेने से देवी प्रसन्न हो कर सब दुखों का नाश करती है, सावधानी पूर्वक नाम लिख कर उनको बार बार कहना चाहिए, देवी के ये सोलह नाम हैं-अन्नदा, धनदा, सुखदा, जयदा, रसदा, मोहदा, ऋद्धिदा, सिद्धिदा, वृद्धिदा, शुद्धिदा, भुक्तिदा, मुक्तिदा, मोक्षदा, शुभदा, ज्ञानदा, कान्तिदा, यदि आप दिव्य तेजस्विता प्राप्त करना चाहते हैं आध्यात्मिक तेज चाहते हैं तो होलिकाग्नि पर मंत्र ध्यान लगाना चाहिए

मंत्र-ॐ ह्रौं तेजस्विनी ज्वल्ल होलिकाग्ने स्वाहा ॥
विशेष बात यह है कि किसी 64 कला संपन्न दिव्य गुरु से दीक्षा अवश्य लेँ और होली जैसे पर्व के दौरान गुरुपूजन करें, शास्त्र कहता है कि संत-दर्शन और उनके चरणवंदन से आयुआरोग्य प्राप्त होता है, तपस्वी गुरु कि चरणपादुका-पूजन से दिव्य प्रज्ञा प्राप्त होती है

कौलान्तक पीठाधीश्वर
महायोगी सत्येन्द्र नाथ


कोई टिप्पणी नहीं: